अपरिणामी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कहा कि महाराज आत्मा अपरिणामी है ?
- हे शिव आप मुझे इस अपरिणामी आत्मतत्व को प्राप्त करावें।
- यहाँ सम्बोधन में ‘हे नमः ' अर्थात हे अपरिणामी देवदेवेश यह अर्थ है।
- वर्ण नित्य और अपरिणामी है; किन्तु उसकी उच्चरित ध्वनि या लिखित रूपअनित्य तथा परिवर्तनशील होते हैं .
- वह देखता है कि आत्मा- अचेतन , अशुद्ध , अपरिणामी प्रकृति से - सर्वथा भिन्न है ।
- वह देखता है कि आत्मा- अचेतन , अशुद्ध , अपरिणामी प्रकृति से - सर्वथा भिन्न है ।
- नमः ! शिव ! अय = अपरिणामी ! कल्याण स्वरुप ! ( मुझे भी वहीं ) ले जाओ।
- कहा कि महाराज आत्मा अपरिणामी है ? चार्वाक कहता है कि आत्मा नाम की कोई चीज नहीं है।
- किसी वर्ण की अनित्य एवं विभिन्न ध्वनियाँ या लेखन-रूप उस नित्यतथा अपरिणामी वर्ण की अभि-~ व्यक्ति के साधन है .
- इससे स्पष्ट होता है - चित्त के दृश्य होने के कारण उसका द्रष्टा कोई अन्य होना चाहिये ; वह अपरिणामी चेतन आत्मतत्त्व है।