अपसव्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वामजानु ( बायाँ घुटना मोड़कर बैठें ) जनेऊ अपसव्य ( दाहिने कन्धे पर सामान्य से उल्टी स्थिति में ) रखें।
- “ कुर्यात प्रदीपं तैलेन ” ( देवयाज्ञिक का ) षड्पिंडदान की सभी उŸारक्रियाएं अपसव्य और दक्षिणाभिमुख होकर ही करनी चाहिए।
- इसी तरह प्रत्येक राशि के स्वामी तक सव्य और अपसव्य गणना कर 1 वर्ष घटा देने से राशि की अवधि मालूम होती है।
- जैमिनी ज्योतिष दशाओं का क्रम इन 12 राशियों में 06 राशियों की दशाओं का क्रम सव्य व शेष 06 राशियों का क्रम अपसव्य होता है .
- पितरों को अर्पित किए जाने वाले गंध , धूप तथा पवित्री , तिल आदि पदार्थ अपसव्य तथा अप्रदक्षिण ( वामावर्त ) क्रम से देने चाहिए।
- वस्त्र-निष्पीडन शुद्ध वस्त्र जल में डुबोएं और बाहर लाकर मंत्र पढ़ते हुए अपसव्य भाव से अपने बायें भाग में भूमि पर उस वस्त्र को निचोड़ें।
- चर राशियों में सबसे पहले लग्न राशि की दशा प्रारंभ होती है अर्थात लग्न राशि की दशा सर्वप्रथम उपरांत सव्य या अपसव्य क्रम में अन्य राशियों की दशा।
- देव कार्य में यज्ञोपवीत सव्य ( दायीं ) हो , पितृ कार्य में अपसव्य ( बायीं ) हो और ऋषि-मुनियों के तर्पणादि में गले में माला की तरह हो।
- इस प्रकार चन्द्रमा का वायव्य तल ( Concave Face ) 120 से 150 अंश तथा अपसव्य तल ( Convex Face ) 60 से 90 अंश के कोण पर प्रकाश डालेगा .
- राशियों की गणना के लिए सव्य राशियां मेष , वृष , मिथुन , तुला , वृश्चिक और धनु राशियां सव्य और कर्क , सिंह , कन्या , मकर , कुंभ और मीन अपसव्य मानी गई हैं।