अपानवायु का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यह भी कुंडलिनी जागरण व अपानवायु पर विजय का उत्तम साधन है .
- इस आसन से अपानवायु की गति नीचे की ओर होने से मलावरोध दूर होता है।
- अपानवायु का उत्थानन होकर उदान रूपी अग्नि का योग होने से कुंडलिनी उर्ध्वगामी बनती है।
- अपान नाभि के नीचे जितने अंग हैं , इनकी कार्य प्रणाली को अपानवायु नियंत्रित करता है।
- अपानवायु का उत्थानन होकर उदान रूपी अग्नि का योग होने से कुंडलिनी उर्ध्वगामी बनती है।
- अपानवायु का उत्थानन होकर उदान रूपी अग्नि का योग होने से कुंडल िनी उर्ध्वगामी बनती है।
- ताजा हवा फेफड़ों में भरकर गर्म सांसें और अपानवायु बाहर निकालने का मतलब क्या है ?
- उसी तरह अपानवायु सम रखने का मतलब है कि सांस बाहर छोड़कर फिर अपने सामर्थ्यानुसार रुकना।
- आयुर्वेदानुसार वात के पांच प्रकार है - उदानवायु , प्राणवायु , समानवायु , अपानवायु , व्यानवायु ।
- आयुर्वेदानुसार वात के पांच प्रकार है - उदानवायु , प्राणवायु , समानवायु , अपानवायु , व्यानवायु ।