अभ्युपगम का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अभ्युपगम - जिस स्थल में प्रतिवादी किसी पदार्थ में अपरीक्षित धर्म को स्वीकार कर लेता है , उस पदार्थ में उसके ( वादी के ) असम्मत अन्य विशेष धर्म की परीक्षा करता है , उस स्थल में प्रतिवादी का स्वीकृत अपर सिद्धान्त अभ्युपगम सिद्धान्त कहलाता है।
- अभ्युपगम - जिस स्थल में प्रतिवादी किसी पदार्थ में अपरीक्षित धर्म को स्वीकार कर लेता है , उस पदार्थ में उसके ( वादी के ) असम्मत अन्य विशेष धर्म की परीक्षा करता है , उस स्थल में प्रतिवादी का स्वीकृत अपर सिद्धान्त अभ्युपगम सिद्धान्त कहलाता है।
- इस विवेचन में जिन मतों का खंडन मिलता है , उसमें चार्वाकों का देहात्मक , सांख्यों का परिणामवाद , अभावकारणवाद [ 9 ] , ईश्वर कारणवाद ' सब कुछ अनित्य है ' अभ्युपगम [ 10 ] , ' सब कुछ नित्य है ' यह अभ्युपगम , जो ब्रह्मवाद के नजदीक आता है , ' सब कुछ पृथक है ' यह अभ्युपगम , जो ' सब कुछ स्वलक्षण है ' इस बौद्धमत से सामर्थ्य रखता है , इत्यादि बहुत से सिद्धांत हैं।
- इस विवेचन में जिन मतों का खंडन मिलता है , उसमें चार्वाकों का देहात्मक , सांख्यों का परिणामवाद , अभावकारणवाद [ 9 ] , ईश्वर कारणवाद ' सब कुछ अनित्य है ' अभ्युपगम [ 10 ] , ' सब कुछ नित्य है ' यह अभ्युपगम , जो ब्रह्मवाद के नजदीक आता है , ' सब कुछ पृथक है ' यह अभ्युपगम , जो ' सब कुछ स्वलक्षण है ' इस बौद्धमत से सामर्थ्य रखता है , इत्यादि बहुत से सिद्धांत हैं।
- इस विवेचन में जिन मतों का खंडन मिलता है , उसमें चार्वाकों का देहात्मक , सांख्यों का परिणामवाद , अभावकारणवाद [ 9 ] , ईश्वर कारणवाद ' सब कुछ अनित्य है ' अभ्युपगम [ 10 ] , ' सब कुछ नित्य है ' यह अभ्युपगम , जो ब्रह्मवाद के नजदीक आता है , ' सब कुछ पृथक है ' यह अभ्युपगम , जो ' सब कुछ स्वलक्षण है ' इस बौद्धमत से सामर्थ्य रखता है , इत्यादि बहुत से सिद्धांत हैं।
- इस विवेचन में जिन मतों का खंडन मिलता है , उसमें चार्वाकों का देहात्मक , सांख्यों का परिणामवाद , अभावकारणवाद [ 9 ] , ईश्वर कारणवाद ' सब कुछ अनित्य है ' अभ्युपगम [ 10 ] , ' सब कुछ नित्य है ' यह अभ्युपगम , जो ब्रह्मवाद के नजदीक आता है , ' सब कुछ पृथक है ' यह अभ्युपगम , जो ' सब कुछ स्वलक्षण है ' इस बौद्धमत से सामर्थ्य रखता है , इत्यादि बहुत से सिद्धांत हैं।