अवधी बोली का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- “कैसे ? आप तो लखनऊ की है ,ं वहां अवधी बोली जाती है .............।
- यह हिंदी की अवधी बोली में है और चौपाई दोहों में लिखी गई है।
- निसंदेह शुक्ल जी ने अवधी बोली व् साहित्य के गौरव को द्विगुणित किया है .
- यह हिंदी की अवधी बोली में है और चौपाई दोहों में लिखी गई है .
- रानी और दासी के पोशाक बदलने की कथा , अन्य संदर्भों में इलाहाबाद जिले के पूर्वी भाग की अवधी बोली क्षेत्र में प्रचलित है।
- पठन-पाठन का माध्यम भी घोषित तौर पर चाहे जो रहा हो व्यावहारिकता के धरातल पर वहाँ पढ़ाई भी स्थानीय अवधी बोली में ही होती थी।
- दूसरी ओर वे ठेठ अवध के कवि हैं फलतः अवधी बोली का सर्जनात्मक क्षमता से खडी बोली को अधिक आत्मीय और व्यंजनाक्षम बनाने के आग्रही है।
- यही मर्यादा पुरूषोत्तम राम कंबन की तमिल भाषा में लिखी ‘कंब रामायण ' से लेकर गोस्वामी तुलसीदास की अवधी बोली की ‘रामचरितमानस' तक के भगवान् राम बने।
- यही मर्यादा पुरूषोत् तम राम कंबन की तमिल भाषा में लिखी ‘ कंब रामायण ' से लेकर गोस् वामी तुलसीदास की अवधी बोली की ‘ रामचरितमानस ' तक के भगवान् राम बने।
- एक तो खर्च का फर्जी नक्शा बनाकर कॉलिज के लिए ज्यादा-से- ज्यादा सरकारी पैसा खींचने के लिए , दूसरे गुस्से की चरम दशा में स्थानीय अवधी बोली का इस्तेमाल करने के लिए।