असगन्ध का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- असगन्ध बीज छोटे , पीले, गोल, चिकने, चपटे और मात्रा में अधिक होतेहैं.
- ( ८) हृदयशूल-आंवला, बहेड़ा, हर्रा और असगन्ध को बराबर-२ लेकर बारीक चूर्णतैयार करें.
- सिंघाड़ा , मुसली , सौंठ और असगन्ध को कूट-पीसकर मिलाकर रख दें।
- अब इसमें सम मात्रा में असगन्ध का महीन पिसा चूर्ण मिला लें।
- अकरकरा , सफेद मूसली और असगन्ध को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें।
- ( 12) सलम पंजा, शतावरी, सफेद मूसली और असगन्ध सबका 50-50 ग्राम चूर्ण लेकर मिला लें।
- ( 2) असगन्ध 100 ग्राम, गिलोय 50 ग्राम और गिलोयसत 10 ग्राम तीनों को कूट-पीसकर मिला लें।
- प्रदर रोग : सलमपंजा, शतावरी, सफेद मूसली और असगन्ध सबका 50-50 ग्राम चूर्ण लेकर मिला लें।
- ( ७) प्रमेह में-आंवलों के स्वरस के साथ असगन्ध का चूर्ण समभाग मेंलेने से प्रमेह में लाभ होता है.
- जिस पदार्थ के सेवन से शुक्र की वृद्धि होती हो , उसे शुक्रल कहते हैं, जैसे असगन्ध, सफेद मुसली।