आकर्ण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उदाहरण के लिए आंखे अब गोल नहीं होती अपितु वे धनुषाकार भौंहों के साथ कान तक ( आकर्ण ) फैल जाती हैं और आकार में लम्बी और कोनेदार दिखलाई पड़ती हैं।
- आकर्ण पर्यन्त खेंचे हुए धनुष के बाणों के समूह से [ [ Ardil | अरदिल ]] को नष्ट करते हुए महाराणा ने आगे बढकर [[ Khandela | खंडेले ]] के दुर्ग को खंड-खंड कर डाला .
- इस आसन में शरीर की स्थिति ऐसी दिखती है जैसे कोई धनुष की प्रत्यंचा को कान तक खींचकर लक्ष्य को बेधना चाहता हो , इसलिए इस आसन का नाम ‘ आकर्ण धनुरासन ' है |