आकाश-मंडल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बल बिबेक दम परहित घोरे , क्षमा कृपा समता रिजु जोरे ॥ - तुलसीदास आकाश-मंडल में दिवाकर के उदित होने पर सारे फूल खिल जाते हैं , इस में आश्चर्य ही क्या ? प्रशंसनीय है तो वह हारसिंगार फूल ( शेफाली ) जो घनी आधी रात में भी फूलता है।
- 2 . उग्रतारा : दीर्घकालीन महाप्रलय के शीतकारी घोर अंधकार के बाद उदित सूर्य का जो ताप उग्र व तीव्र दाहक शक्तिमय प्रतीत होता है , वही आकाश-मंडल में प्रकट प्रथम तारा होने से उग्रतारा नामक शक्ति है जो सब प्रकार की नकारात्मकता का विनाश करके सृजन का आधार बनने को आतुर संहारक शक्ति है क्योंकि बिना समतल के नवसृष्टि की नींव का पत्थर अपने स्थान पर टिकता नहीं।