आत्महत्यारा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जो प्राणी असत्य मार्ग पर , हतोत्साह मार्ग पर , आत्महास और अन्ततः वे आत्महत्यारा , आत्मघाती , आत्मवधिक और आत्महिंसक जीवात्मा मरणोपरान्त पुनर्जन्म पश्चात पुनः तदनुसार ही जीवन यापन करने के लिए बाध्य किये जाते हैं।
- तुलसीदास जी ने भागवद् के शब्द का अनुवाद करते हुए लिखा है कि वह आत्महत्यारा है जो मानव देह प्राप्त करके अज्ञान दूर नहीं करता है , जिससे आनंद मिल जाता है वह सुखी हो जाता है उसके दुःख दूर हो जाते हैं।
- ' ' भगवान कहते हैं कि पहले तो मनुष्य जन्म ही बड़ा दुर्लभ है सो मिला और उस पर गुरु की कृपा और उस पर मेरी अनुकूलता इतना सामान पाकर भी जो मनुष्य इस संसार सागर के पार न जाय उस को आत्महत्यारा कहना चाहिए।