आरण्यक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसके उपासना कांड को आरण्यक कहा गया है।
- इसमें आरण्यक और उपनिषद दोनों का मिश्रण है।
- ये संहिता , ब्राह्मण, आरण्यक और उपनिषद् कहलाते हैं।
- आरण्यक में एक से दूसरी शाख पर झूलते
- जिसे तैत्तरीय आरण्यक का परिशिष्ट माना जाता है।
- आरण्यक ( कर्मकाण्ड के पीछे के उद्देश्य की विवेचना)
- केवल तीन वेदों के आरण्यक ही उपलब्ध हैं।
- ये संहिता , ब्राह्मण, आरण्यक और उपनिषद् कहलाते हैं।
- ऋग्वेद के ऐतरेय और कौषीतकी दो आरण्यक हैं।
- असुर दस्युयों से लेकर परिव्राजक , आरण्यक, आजीविक,चार्वाक, जैन,