आश्वमेधिक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शांतिकुंज से पहुँची श्री जितेन्द्र मिश्र की टोली ने आयोजित इस महायज्ञ का संचालन आश्वमेधिक शैली में किया।
- आश्वमेधिक पर्व में कतिपय ऐसी घटनाओं का भी उल्लेख किया गया है जोयुधिष्ठिर कृत आश्वमेघ से पूर्व कालीनी थी .
- अतः आश्वमेधिक पर्व का संवर्त्तसौम्य , सन्तुष्ट, शान्त, परदुःखकातर, दृढ़ प्रतिज्ञ, अध्यवसायी, विलक्षणप्रतिभावान् एवं अद्भुत विद्याओं का धनी चरित्र है.
- आश्वमेधिक पर्व ( 92 ष्में व्यास कहते हैं कि धर्म पर आचरण करने से धर्म में बढ़ोतरी होती है।
- ( स) गंगा-- वसु प्रकरणः-- ग्रन्थकार की उक्त प्रवृत्ति आश्वमेधिक पर्व के अध्याय-८१ में (उलूपी-अर्जुन संवाद में) भी परिलक्षित होती है.
- आश्वमेधिक पर्व का यह स्थल पाठक को भीष्म पर्व के अध्याय २३ सेअध्याय-४० तक वर्णित श्रीमद्भगवद्गीता का स्मरण करने में पूर्ण सक्षम है .
- अन्य स्फुट विषय-- ( अ) वैष्णवधर्म पर्व-- आश्वमेधिक पर्व अध्याय-९२ में वर्णित अगस्त्य कृत यज्ञ का उत्तरवर्ती भागवैष्णवधर्म पर्व के नाम से अभिहित है.
- आश्वमेधिक पर्व में वर्णित ऋषियों का परिचय-- व्यास-- महाभारत ग्रन्थ के रचयिता के रूप में इनका परिचय प्रस्तुत ग्रन्थ केप्रारम्भ में दिया जा चुका है .
- ( य) आश्वमेधिक पर्व के अध्याय-६० में तो महाभारत के भीष्मपर्व, द्रौणपर्व, कर्णपर्व, शल्य पर्व एवं सौप्तिक पर्व की कथा की सारांश रूपमें प्रस्तुत कर दिया है.
- फलस्वरूप समाज नैष्कर्म्य में लिप्त हो जाएगा . आश्वमेधिक पर्व में भी ग्रन्थकार ने एक स्थल पर तत्कालीन समाज मेंव्याप्त सामुद्रिक शास्त्र की मान्यताओं का रहस्योद्घाटन किया है.