इख्तिलाफ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- फिर अगर तुममे किसी बात पर इख्तिलाफ ( मतभेद) हो जाए तो उसे अल्लाहताला और रसूल(स.अ.व.) कि ओर लौटा दो अगर तुम अल्लाहताला और आखिरत पर ईमान (यकीन) रखते हो.
- साथ रह कर भी इख्तिलाफ रखता था मैं क्यों न दाद दूँ उसके फन की मेरे हर सवाल का पहले से जवाब रखता था वो तो रौशनियों का बसी था मगर
- वहीं मुफ्ती नूरूद्दीन ने कांफ्रेन्स में मौजूद लोगों को मुखातिब करते हुए कहा कि आज मआशरे में एक बड़ी कमजोरी यह आ गयी है कि हर तरफ लोगों में इख्तिलाफ फैला हुआ है।
- अगर मिसाल के तौर पर पहली जेनरेशन में ही एक दूसरे से कुछ मसलों में इख्तिलाफ हो तो हम किसकी बात मानें ? जैसे की सिफ्फीन व नहरवान की जंग में पहली जेनरेशन के दो लोग एक दूसरे के खिलाफ लड़े .
- मै हफ़्तों से सोच रहा था कि बहन फिरदौस को मेल करूं , कुछ मसाएल में बहन जी को इख्तिलाफ है तो इस से कोई फर्क नहीं,,,, इस्लाम ने शरीअत में एख्तेलाफ कि गुंजाईश रखी है, लेकिन अकीदे में कोई ताल मेल नहीं है....
- इसी तरह किसी छोटे से छोटे नेक और दीनी काम को हल्का समझ कर छोड़ा न जाए , अगर किसी से इख्तिलाफ भी हो तब भी मिलने जुलने और हिदायते रसूल पर अमल करने की बरकत से एक दिन आपस का इख्तिलाफ खत्म हो जाएगा इंशाअल्लाह।
- इसी तरह किसी छोटे से छोटे नेक और दीनी काम को हल्का समझ कर छोड़ा न जाए , अगर किसी से इख्तिलाफ भी हो तब भी मिलने जुलने और हिदायते रसूल पर अमल करने की बरकत से एक दिन आपस का इख्तिलाफ खत्म हो जाएगा इंशाअल्लाह।
- वहीं ' मजरूह' सुल्तानपुरी ने कहीं कहा था : एक ग़ज़लगो (ग़ज़ल कहने वाले) शायर की हैसियत से मुझे 'शकील' के मक्तब-ए-ख़याल (सिद्धांत-पद्धति) से इख्तिलाफ (विरोध) सही, लेकिन ईमान की तो ये है कि जब भी मैं ने उन के मुँह से अच्छे शेर सुने हैं, रश्क (ईर्ष्या) किये बग़ैर नहीं रह सका.
- अजीब शख्स था कैसा मिजाज़ रखता थासाथ रह कर भी इख्तिलाफ रखता था मैं क्यों न दाद दूँ उसके फन की मेरे हर सवाल का पहले से जवाब रखता था वो तो रौशनियों का बसी था मगरमेरी अँधेरी नगरी का बड़ा ख्याल रखता था मोहब्बत तो थी उसे किसी और से शायदहमसे तो यूँ ही हसी मज़ाक रखता था
- - मुहम्मद अली और खोजा कमालुद्दीन : ये दोनों लाहौरी क़ादियानियत के अमीर हैं , और यही दोनों क़ादियानियत के नियम निर्माण कर्ता हैं , उन में से प्रथम ( मुहम्मद अली ) ने क़ुर्आन करीम का अंग्रेज़ी में विकृत अनुवाद किया और उसकी पुस्तकों में से : हक़ीक़तुल इख्तिलाफ ( मतभेद की वास्तविकता ) , अन्नुबुव्वतो फिल इस्लाम ( इस्लाम में ईश्दूतत्व ) और अद्दीनुल इस्लामी ( इस्लामी धर्म ) है।