इन्द्रधनुषीय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ऐसे इन्द्रधनुषीय विविधता वाले भारत देश में जहां गाय और सुअर के कटने पर लाखों लोग सम्प्रदायिकता के नाम पर दंगे फसाद कर अपना गला कटवाने तैयार हो जाते हैं।
- हमने खाते पीते मध्यम वर्ग के उत्साही समर्थन वाले ' सिविल सोसाइटी' द्वारा सहअभिनीत और हर एक रंग की संसदीय पार्टियों - एक इन्द्रधनुषीय गठबधन-द्वारा प्रशंसित 'नए गांधी' के 'ऐतिहासिक सत्याग्रह' को देखा.
- हमने खाते पीते मध्यम वर्ग के उत्साही समर्थन वाले ' सिविल सोसाइटी ' द्वारा सहअभिनीत और हर एक रंग की संसदीय पार्टियों - एक इन्द्रधनुषीय गठबधन-द्वारा प्रशंसित ' नए गांधी ' के ' ऐतिहासिक सत्याग्रह ' को देखा .
- 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक आने वाली मोबाइल फोन काल अटैंड करने पर उसमें से रंगों की इन्द्रधनुषीय फौहार छूटेगी जो कि कॉल सुनने वाले के गाल के साथ-साथ अपनी अद्भुतता से मन को भी रंग देगी।
- लखनऊ , 35 वीं वाहिनी पीएसी , महानगर लखनऊ के स्टेडियम में इन्द्रधनुषीय छटा विखेरती हुई रंग बिरंगी ड्रेस में मार्च पास्ट के उद्घाटन समारोह का पूर्वाभ्यास मेजबान उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ-साथ केन्द्रीय बलो एवं राज्यों के पुल …
- आप भले ही रेनबो परेड में नाच आए हों , पर पढ़ कर हमारी तो तबियत इन्द्रधनुषीय रंगों में सराबोर हो गई ! अब आपके सवाल के जवाब में मुझे तो ये कुंठा या हीन भावना ही लगती है !
- जीवन के हर क्षण को संवेदनाओं के सप्तरंगी इन्द्रधनुषीय रंगों से सजाने की कल्पना को उनके बनायें चित्रों और उनकी रची कविताओं में स्पष्तः ढलते देखा जा सकता है जिनके साकार होने की ख्वाहिशें ही उनको सृजन की शक्ति भी देती हैं .
- जीवन के हर क्षण को संवेदनाओं के सप्तरंगी इन्द्रधनुषीय रंगों से सजाने की कल्पना को उनके बनायें चित्रों और उनकी रची कविताओं में स्पष्तः ढलते देखा जा सकता है जिनके साकार होने की ख्वाहिशें ही उनको सृजन की शक्ति भी देती हैं .
- लखनऊ , 35 वीं वाहिनी पीएसी , महानगर लखनऊ के स्टेडियम में इन्द्रधनुषीय छटा विखेरती हुई रंग बिरंगी ड्रेस में मार्च पास्ट के उद्घाटन समारोह का पूर्वाभ्यास मेजबान उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ-साथ केन्द्रीय बलो एवं राज्यों के पुलिस की 31 टीमोे द्वारा किया गया।
- आयी होली आयी बजने लगे उमंग के साज इन्द्रधनुषीय रंगों से रंग दो पिया आज न भाए रंग अबीर का न सोहे रंग गुलाल नेह के रंगों से पिया रंग दो चुनरिया लाल न जानूँ बात सुरों की है अनजानी हर ताल होली के मद में नाचूंगी तुम संग हो बेसुध बिन साज बाट तुम्हारी मैं जोहुंगी नयन बिछाए हर राह भूल न जाना बात मिलन की आई होली आज