इसराफ़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इन फ़िक़रात से साफ़ ज़ाहिर होता है कि इंसान के अमराज़ का ज़्यादा हिस्सा उसके इसराफ़ से तअल्लुक रखता है।
- यह जो नमाज़ीयो से कहा जाता है कि वज़ू के लिए सिर्फ़ 750 मिली लीटर तक पानी इस्तेमाल करो इससे ज़्यादा इसराफ़ है।
- यहाँ उन बन्दों के ख़्रर्च करने का हाल बयान फ़रमाया जा रहा है कि वो इसराफ़ और तंगी के दोनों बुरे तरीक़ों से बचते हैं .
- हदीस शरीफ़ में है , सैयदे आलम सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया जिस ने किसी हक़ को मना किया उसने तंगी की और जिसने नाहक़ में ख़र्च किया उसने इसराफ़ किया .
- इससे मुराद यह थी कि ख़र्च में बीच का तरीक़ा इख़्तियार करना नेकी है और वह इसराफ़ यानी हद से अधिक खर्च करने और तंगी के बीच है जो दोनों बुराईयाँ है .
- वह जब अल्लाह की राह में ख़र्च करते हैं तो न इसराफ़ करते हैं और न ही कमी बल्कि इन दोनो के बीच एतेदाल क़ायम करते हैं ( बल्कि इन दोनों के बीच का रास्ता इख़्तियार करते हैं।
- ( ل َ ك ُ م ْ و َ لا َ ت َ ع ْ ت َ د ُ وا ْ ) हलाल चीज़ों के प्रयोग में इसराफ़ ( ज़रूरत के अनुसार हो , कम व ज़्यादा न हो।
- इसराफ़ को छोड़कर मयानारवी इख़्तेयार करो और आज के दिन कल को याद रखो , बक़द्रे ज़रूरत माल रोक कर बाक़ी रोज़े हाजत ( मोहताजी के दिन ) के लिये आगे बढ़ा दो ( फ़ुज़ूल ख़र्ची से बाज़ आओ ) ।
- बेशक वह बहुत ही बुरी ठहरने की जगह है { 66 } और वो कि जब ख़र्च करते हैं , न हद से बढ़ें और न तंगी करें ( 9 ) ( 9 ) इसराफ़ गुनाहों में ख़र्च करने को कहते हैं .
- इसराफ़ का मतलब माल को बेकार भेंक देना नही है बल्कि ज़रूरत से ज़्यादा खा लेना भी इसराफ़ की हद में दाख़िल है और इसी लिये इसका ज़िक्र सिर्फ़ माल के बजाए खाने पाने के साथ हुआ है यानी खाने में बेजा ज़्यादती न करो कि मुजिबे हलाकत है।