उदान वायु का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसके द्वारा उदान वायु ऊपर की ओर विचरण करता है .
- कंठ से लेकर सिर तक जो व्यापाक है वही उदान वायु है।
- उदान वायु ही पुण्यशाली मनुष्य को स्वर्गादी में ले जाता है .
- उदान वायु प्राण वायु को फेफड़ों से बाहर निकालने का कार्य करती है।
- फिर उदान वायु को ऊपर उठाकर कण्ठ मार्ग से भृकुटियों के मध्य स्थापित कर लिया।
- उदान वायु को वायु प्रतिबन्धक वस्त्र में रोका जाए तो यह विमान विद्या में काम आता है।
- अर्थात वायुबन्धक वस्त्र के द्वारा बान्धने पर उदान वायु अपनी स्वलघुता के कारण आकाश में उडती है।
- तत्पश्चात् उदान वायु को नाभिचक्र से ऊपर ले जाकर शनैः शनैः हृदयचक्र में बुद्धि के साथ स्थित किया।
- २ - उदान वायु- महर्षि चरक के अनुसार उदान वायु का स्थान नाभि प्रदेश , वक्ष एवं कण्ठ है ।।
- सामान्य अवस्था में उदान वायु प्राण वायु को समान वायु से पृथक कर व्यान वायु से संगम कराने का कार्य करती है।