उद्यत रहना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बड़े बड़े विद्वानों ने भी कहा है ‘असत्य के त्याग और सत्य के ग्रहण में सदा उद्यत रहना चाहिए।‘
- - डी हाक सत्य और सत्य सत्य को ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने में सर्वदा उद्यत रहना चाहिए।
- क्योंकि -महर्षि दयानन्द सरस्वती ने लिखा है ' सत्य के ग्रहण करने और असत्य के छोड़ने में सर्वदा उद्यत रहना चाहिए।
- उसी प्रकार हमें भी दूसरों के कार्यों में अपनी शक्ति और क्षमता के अनुसार त्याग के लिए उद्यत रहना चाहिए .
- अतः हमें सत्य के ग्रहण करने और असत्य के छोड़ने में सर्वदा उद्यत रहना ही होता है , रहना ही चाहिए।
- हमें अपने अतीत पर दृष्टिपात कर उससे अच्छाइयों को ग्रहण और बुराइयों का परित्याग करने के लिए सद उद्यत रहना चाहिए।
- तुम्हें स्दैव प्रिय भाषी , सहनशील और अपनी ज्ञान तथा कार्य कुशलता जागृत करते रहने के प्रति उद्यत रहना चाहिये ” ।
- अत : सब भाई-बहिनों को मानवता प्राप्त करने के लिये निज-विवेक के प्रकाश में अपनी योग्यता के अनुसार साधन निर्माण करने के लिए सर्वदा उद्यत रहना चाहिए।
- दोनों की सम्मति में प्रत्येक राष्ट्र को युद्ध के लिए उद्यत रहना चाहिए , क्योंकि इसी के द्वारा देश की सीमा तथा प्रभाव का विस्तार हो सकता है।
- दोनों की सम्मति में प्रत्येक राष्ट्र को युद्ध के लिए उद्यत रहना चाहिए , क्योंकि इसी के द्वारा देश की सीमा तथा प्रभाव का विस्तार हो सकता है।