उशना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अर्थात बृहस्पति देवों के पुरोहित थे और उशना काव्य ( शुक्राचार्य) असुरों के।
- जैसा कि याज्ञवल्क्य और उसकी मिताक्षरा में उशना का वचन हैं कि :
- अर्थात् मैं मुनियों में व्यास और कवियों में श्रेष्ठ कवि उशना अर्थात् शुक्राचार्य हूँ ।
- ऋग्वेद * में उल्लेख आया है कि कवि उशना ( शुक्राचार्य ) भार्गव कहलाते हैं।
- ऋग्वेद के नवम मण्डल के 47 से 49 तथा 75 से 79 तक के सूक्तों के ऋषि भृगु पुत्र उशना ही है।
- प्रमुख धर्म मर्मज्ञों वैरवानस , अत्रि, उशना, कण्व, कश्यप, गार्ग्य, च्यवन, बृहस्पति, भारद्वाज आदि ने धर्म के विभिन्न सिद्धांतों एवं रूपों की विवेचना की है।
- ये किस बात से प्रसन् न हैं और क् या चाहती हैं इसका भेद जानने में कदाचित उशना और बृहस् पति की बुद्धि भी थक कर गोठिल पड़ गई।
- “ बृहस्पति देवानां पुरोहित आसीत् , उशना काव्योऽसुराणाम् ” -जैमिनिय ब्रा . ( 0 1 - 125 ) अर्थात बृहस्पति देवों के पुरोहित थे और उशना काव्य ( शुक्राचार्य ) असुरों के।
- “ बृहस्पति देवानां पुरोहित आसीत् , उशना काव्योऽसुराणाम् ” -जैमिनिय ब्रा . ( 0 1 - 125 ) अर्थात बृहस्पति देवों के पुरोहित थे और उशना काव्य ( शुक्राचार्य ) असुरों के।
- “ बृहस्पति देवानां पुरोहित आसीत् , उशना काव्योऽसुराणाम् ” -जैमिनिय ब्रा . ( 0 1 - 125 ) अर्थात बृहस्पति देवों के पुरोहित थे और उशना काव्य ( शुक्राचार्य ) असुरों के।