एसटीएफ़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- एसटीएफ़ जहां राष्ट् के आम नागरिकों को गैर कानूनी तरीके से फंसा रही है तो वहीं गैरकानूनी तरीके से खतरनाक विस्फोटक और असलहे राष्ट् विरोधी तत्वों से प्राप्त कर रही है।
- डीएसपी कर्मलाल के नेतृत्व में एसटीएफ़ की टीम ने फ़िल्मी अंदाज में इस गिरोह को ट्रैप किया और एनजीओ संचालिका गीता देवी को मंगरौनी रोड स्थित आवास पर रंगेहाथ धर दबोचा .
- पुलिस ने भले ही लिटिल को मार गिराया हो लेकिन संतोष आज भी न सिर्फ कानपुर पुलिस के लिए सिर दर्द बना हुआ है बल्कि यूपी एसटीएफ़ को भी उसकी तलाश है।
- उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक पी कन्नन दल बल के साथ गांव में पहुंच गये और एसटीएफ़ तथा सीआरपीएफ़ के बलों के साथ मिलकर माओवादियों का पीछा किया .
- अब आपको बता दें कि पिछले साल लखनऊ की एसटीऍफ़ ने अवैध असलहा सप्लाई गैंग को दबोचा था , लेकिन औरैया में पकडे़ गए ये दोनों नक्सलियों के मददगार उस समय एसटीएफ़ को गच्चा देकर फरार हो गए थे.
- अब आपको बता दें कि पिछले साल लखनऊ की एसटीऍफ़ ने अवैध असलहा सप्लाई गैंग को दबोचा था , लेकिन औरैया में पकडे़ गए ये दोनों नक्सलियों के मददगार उस समय एसटीएफ़ को गच्चा देकर फरार हो गए थे .
- बीबीसी संवाददाता मणिकांत ठाकुर का कहना है कि माओवादियों ने पिछले साल मधुबन में इसी तरह से हमला करके थाने से हथियार लूट लिए थे और इसी तर्ज़ पर वे सीतामढ़ी में भी लूट करना चाहते थे लेकिन सैप और एसटीएफ़ के कारण यह संभव नहीं हो सका .
- वास्तव में एक के ऊपर एक रखी परतों को खोल कर देखा जाये तो शुरू में ही सच्चाई साफ हो जाती है , जिसमें संसद , न्यायपालिका , मास मीडिया और जब निचली सतह पर कश्मीर में सुरक्षा तंत्र तक पहुंचते हैं तो एसटीएफ़ , एसओजी आदि जासूसों , मुखबिरों , सरेंडर मिलिटेंटों आदि के साथ आपस में घुलमिल जाते हैं .
- थाने में एएसपी संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में थानाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार पाण्डेय , एसटीएफ़ , सीआरपीएफ़ की कोबरा बटालियन द्वारा हमसे पूछताछ की गई कि पैसे कहां से मिलते हैं ? यहां क्या करने आये थे ? किसने बुलाया था ? हमारे साथ घंटों पूछताछ की गई , गाली-गलौज की गई और डंडे लात-घूंसे से मारा -पीटा गया , टॉर्चर किया गया तथा कोबरा बटालियन के कमान्डेंट ने मुर्गा बनाकर कमर पर डंडे से मारा .
- थाने में एएसपी संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में थानाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार पाण्डेय , एसटीएफ़ , सीआरपीएफ़ की कोबरा बटालियन द्वारा हमसे पूछताछ की गई कि पैसे कहां से मिलते हैं ? यहां क्या करने आये थे ? किसने बुलाया था ? हमारे साथ घंटों पूछताछ की गई , गाली-गलौज की गई और डंडे लात-घूंसे से मारा -पीटा गया , टॉर्चर किया गया तथा कोबरा बटालियन के कमान्डेंट ने मुर्गा बनाकर कमर पर डंडे से मारा .