ओष्ठ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- व्याधपतंग के निंफ का ओष्ठ (
- मुख प्रदेश में कण्ठमूल , तालु, मूर्घा, दन्तमूल और ओष्ठ हैं।
- की निम्न ओष्ठ कृंतक पेशी (
- उवर्ग , पवर्ग , उपध्यमानीय ओष्ठ
- ‘ इ ' निचले ओष्ठ की सहायता से बोली जाती है।
- नीचे के ओष्ठ पके बिम्ब फल ( कुंदरू) की भांति लाल है।
- पांच भीतरी- जिह्वा-मूल , दन्त , नासिका , ओष्ठ तथा तालु।
- पांच भीतरी- जिह्वा-मूल , दन्त , नासिका , ओष्ठ तथा तालु।
- नीचे के ओष्ठ पके बिम्ब फल ( कुंदरू) की भांति लाल है।
- मुख में कण्ठ , तालु, मूर्घा, दन्त और ओष्ठ आभ्यान्तर स्थान कहलाते हैं।