कदर्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उस सभी हिन्दुओं की नजरों में जो सौंदर्य-सृजन , कदर्य , निष्ठुर और मिथ्या लगता , यह आज अर्द्ध शताब्दी बात उसके रूप से हमारी आंखे और मन को मुग्ध कर लेता।
- उस सभी हिन्दुओं की नजरों में जो सौंदर्य-सृजन , कदर्य , निष्ठुर और मिथ्या लगता , यह आज अर्द्ध शताब्दी बात उसके रूप से हमारी आंखे और मन को मुग्ध कर लेता।
- जो सत्य जान कर भी न सत्य कहता है , या किसी लोभ के विवश मूक रहता है , उस कुटिल राजतन्त्री कदर्य को धिक् है , यह मूक सत्यहन्ता कम नहीं वधिक है।
- लोभी और कदर्य का बाहरी आकार , जिसको रुपया ही सब कुछ है और जो ' मर जैहौं तोहि न भुजैंहौं ' वाली कहावत का नमूना है , उसकी मलिन राक्षसी प्रकृति को अच् छी तरह से प्रकट करता है।
- मानसिक क्षेत्र में सद्गुणों की वृद्धि के कारण काम , क्रोध , लोभ , मोह , मद , मत्सर , स्वार्थ , आलस्य , व्यसन , व्यभिचार , छल , झूठ , पाखण्ड , चिन्ता , भय , शोक , कदर्य सरीखे दोष कम होने लगते हैं।
- मानसिक क्षेत्र में सद्गुणों की वृद्धि के कारण काम , क्रोध , लोभ , मोह , मद , मत्सर , स्वार्थ , आलस्य , व्यसन , व्यभिचार , छल , झूठ , पाखण्ड , चिन्ता , भय , शोक , कदर्य सरीखे दोष कम होने लगते हैं।
- देने वाले में एक दातृत् व गुण के सिवाय सब दोष ही दोष हो उन दोषों से क् या और लोभी कदर्य सूम में सब गुण ही गुण हो तो कदर्यता ऐसा भारी दोष है कि उसमें गुणों की कदर नहीं होती तो निश् चय हुआ कि लोभ से अधिक कोई दूसरा दोष नहीं और देने से अधिक कोई गुण नहीं।