कर्मेन्द्रिय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यह मन ही है जिससे प्रेरित होकर कर्मेन्द्रिय कर्म करने को उद्यत होते हैं ।
- हमारे शरीर में कान और वाणी ही आकाश तत्व की क्रमशः ज्ञानेन्द्रिय और कर्मेन्द्रिय हैं।
- इसलिये वैशेषिक ने इसे उभयात्मक अर्थात कर्मेन्द्रिय और ज्ञानेन्द्रिय दोनों के गुणों से युक्त माना है।
- ख कहते हैं इंद्रियों को , जिसमें 5 ज्ञानेन्द्रिय और 5 कर्मेन्द्रिय व एक मन आता है।
- ज्ञानेन्द्रिय प्रधाान और कर्मेन्द्रिय सहायक के रूप में पद स्थापित होते हैं जिसके अनुसार अपना लक्ष्य कार्य सम्पादन करते हैं।
- सांख्यदर्शन , परम्परा में परिगणित 20 तत्त्व ( ज्ञानेन्द्रिय , कर्मेन्द्रिय , तन्मात्र तथा स्थूलभूत प्राकृत मण्डल में सम्मिलित हैं।
- सांख्यदर्शन , परम्परा में परिगणित 20 तत्त्व ( ज्ञानेन्द्रिय , कर्मेन्द्रिय , तन्मात्र तथा स्थूलभूत प्राकृत मण्डल में सम्मिलित हैं।
- चेतना के इस मण्डल से त्व्क अर्थात त्वचा नामक स्पर्श की ज्ञानेन्द्रिय और उपस्थ नामक कर्मेन्द्रिय की सम्हाल होती है ।
- वायु तत्व विभाग से संबंधित विषय-वस्तुओं की जानकारी के लिए शरीर में त्वचा नामक ज्ञानेन्द्रिय तथा हाथ नामक कर्मेन्द्रिय होती है।
- तीन अन्तःकरण-मन , अहंकार और बुद्धि ; तथा , दस बाह्यकरण- पांच ज्ञानेन्द्रिय और पांच कर्मेन्द्रिय : ये तेरह करण हैं।