कल्क का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ( वल्क=पेड़ का छिलका; कल्क = कर्म का अशुभ फल )
- यही स्थिति ताजी स्थिति में कल्क बनाकर पीने में उत्पन्न होती है।
- जो कल्क खाने के लिए दिया जाता है उसे कल्क-कषाय कहते हैं।
- अन्य वस्तुओं के कल्क भी अनेक प्रकार के कवकों द्वारा होते हैं।
- घी १ किलो , जल ४ किलो तथा कल्क द्रव्यसमान भाग मिश्रित २५० ग्राम.
- कोमल कोंपलो को मसल कर कल्क बांधने से गृध्रसी रोग मे लाभकरी है।
- पार्श्वशूल में इसके कल्क का लेप व स्वरस की मालिश करते हैं ।
- कोमल कोंपलो को मसल कर कल्क बांधने से गृध्रसी रोग मे लाभकरी है।
- पत्तों के कल्क को विभिन्न त्वक विकारों मे प्रलेप किया जाता है ।
- शोधक कल्क को व्रण पर लगाने से दूषित व्रण भी ठीक हो जाता है