कुरुई का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मेरी अम्मा बुनती थी सपने काश और बल्ले से , कुरुई , सिकहुली और पिटारी के रूप में , रंग-बिरंगे सपने … अपनी बेटियों की शादी के ,
- मेरी अम्माबुनती थी सपनेकाश और बल्ले से , कुरुई, सिकहुलीऔर पिटारी के रूप में,रंग-बिरंगे सपने...अपनी बेटियों की शादी के,कभी चादरों और मेजपोशों परकाढ़ती थी, गुड़हल के फूल,और क्रोशिया सेबनाती थी झालरेंहमारे दहेज के लिये,खुद काट देती थीलंबी सर्दियाँएक शाल के...
- मेरी अम्माबुनती थी सपनेकाश और बल्ले से , कुरुई, सिकहुलीऔर पिटारी के रूप में,रंग-बिरंगे सपने...अपनी बेटियों की शादी के,कभी चादरों और मेजपोशों परकाढ़ती थी, गुड़हल के फूल,और क्रोशिया सेबनाती थी झालरेंहमारे दहेज के लिये,खुद काट देती थीलंबी सर्दियाँएक शाल के...
- मेरी अम्माबुनती थी सपनेकाश और बल्ले से , कुरुई, सिकहुलीऔर पिटारी के रूप में,रंग-बिरंगे सपने...अपनी बेटियों की शादी के,कभी चादरों और मेजपोशों परकाढ़ती थी, गुड़हल के फूल,और क्रोशिया सेबनाती थी झालरेंहमारे दहेज के लिये,खुद काट देती थीलंबी सर्दियाँएक शाल के
- मेरी अम्माबुनती थी सपनेकाश और बल्ले से , कुरुई, सिकहुलीऔर पिटारी के रूप में,रंग-बिरंगे सपने...अपनी बेटियों की शादी के,कभी चादरों और मेजपोशों परकाढ़ती थी, गुड़हल के फूल,और क्रोशिया सेबनाती थी झालरेंहमारे दहेज के लिये,खुद काट देती थीलंबी सर्दियाँएक शाल के
- तो कपड़े पहन कर बड़ों के पैर छूने के बाद कुरुई ( मूंज का हाथ से बनाया गया गहरा प् लेट नुमा पात्र , जो आजकल एंटीक हो गया है और गांव में भी शायद ही देखने को मिलता है।
- वो सपने , जो वो कुरुई, पिटारी के साथ बुना करती थीं; वो प्यार की गर्मी, जो स्वेटर में डाल देती थीं; वो रिश्तों के ताने-बाने जो क्रोशिया के धागों से सजावट की झालरों में पिरो देती थीं, सब ले गईं अपने साथ और साथ ले गई वो हुनर, जो लोकसंस्कृति को संजोने के लिये एक पीढ़ी से दूसरी सीखती जाती है.
- वो अपनापन , जो हमारी फ़्राक पर काढ़ा करती थीं ; वो सपने , जो वो कुरुई , पिटारी के साथ बुना करती थीं ; वो प्यार की गर्मी , जो स्वेटर में डाल देती थीं ; वो रिश्तों के ताने-बाने जो क्रोशिया के धागों से सजावट की झालरों में पिरो देती थीं , सब ले गईं अपने साथ और साथ ले गई वो हुनर , जो लोकसंस्कृति को संजोने के लिये एक पीढ़ी से दूसरी सीखती जाती है .