कृतु का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कृतु जो कि सप्तऋषि तारामंडल के मातृ तारामंडल उर्षा मेजर का मुख्य तारा है इस चित्र मे उपर दायें स्थित है।
- कृतु जो कि सप्तऋषि तारामंडल के मातृ तारामंडल उर्षा मेजर का मुख्य तारा है इस चित्र मे उपर दायें स्थित है।
- स्वायम्भु मनु के काल के ऋषि मरीचि , अत्रि , अंगिरस , पुलह , कृतु , पुलस्त्य , और वशिष्ठ हुए।
- स्वायम्भु मनु के काल के ऋषि मरीचि , अत्रि , अंगिरस , पुलह , कृतु , पुलस्त्य , और वशिष्ठ हुए।
- * 10 प्रजापति : इनमें से मरीचि, अत्रि, अंगिरा, पुलस्त्य, पुलह, कृतु, भृगु, वशिष्ठ, दक्ष तथा कर्दम- ये 10 मुख्य प्रजापति बनें।
- शास्त्रीय शब्द कृति और कृतु ग्रीक भाषा के शब्दों krates तथा kratos के देवनागरी स्वरुप हैं जिनके अर्थ क्रमशः ' शासक ' एवं ' शासित ' हैं .
- * 10 प्रजापति : ब्रह्मा के 59 पुत्रों में से 10 पुत्र प्रजापति बने- 1. मरीचि, 2. अत्रि, 3. अंगिरा, 4. पुलस्त्य, 5. पुलह, 6. कृतु, 7. भृगु, 8. वशिष्ठ, 9. दक्ष और 10. कर्दम।
- “ब्रह्मा जी ने सृष्टि के लिए संकल्प किया और उनके मन से मरीचि , नेत्रों से अतरि, मुख से अंगिरा, कान से पुलस्त्य, नाभि से पुलह, हाथ से कृतु, त्वचा से भृगु, प्राण से विशष्ठ, अँगूठे से दक्ष तथा गोद से नारद उत्पन्न हुये।
- * ब्रह्मा के प्रमुख पुत्र : - 1. मरीचि, 2. अत्रि, 3. अंगिरस, 4. पुलस्त्य, 5. पुलह, 6. कृतु, 7. भृगु, 8. वशिष्ठ, 9. दक्ष, 10. कर्दम, 11. नारद, 12. सनक, 13. सनन्दन, 14. सनातन, 15. सनतकुमार, 16. स्वायम्भुव मनु और शतरुपा, 17. चित्रगुप्त, 18. रुचि, 19.
- * ब्रह्मा के कई पुत्र थे , लेकिन उनमें प्रमुख थे- 1. मरीचि, 2. अत्रि, 3. अंगिरस, 4. पुलस्त्य, 5. पुलह, 6. कृतु, 7. भृगु, 8. वशिष्ठ, 9. दक्ष, 10. कर्दम, 11. नारद, 12. सनक, 13. सनन्दन, 14. सनातन, 15. सनतकुमार, 16. स्वायम्भुव मनु और शतरुपा, 17. चित्रगुप्त, 18. रुचि, 19.