कृषि-कर्म का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आदिवासी लोक गीत परंपरा में विषय-वस्तु ;बवदजमदजद्ध के स्तर पर वनोपज , कृषि-कर्म, श्रम, पालतू पशु-पक्षी, पर्व-उत्सव, शादी-ब्याह, जन्म-मृत्यु, पनघट,
- कृषि-कर्म में अनजाने ही न जाने कितने जीव मरते हैं ; जबकि व्यापार में हिंसा की कोई गुंजाइश नहीं होती।
- उसका वह कृषि-कर्म सामान्य कर्म नहीं है; वह वास्तवमें हवन है , यज्ञ है, पूजा है, नमाज़ है, प्रार्थना है और आरती है.
- ये क्षेत्र है - शिक्षा , साक्षरता, कला, संगीत, नैतिकता, पशु-प्रेम, पर्यावरण सुरक्षा, कृषि-कर्म व्यावसायिक कौषल, संगठन क्षमता, न्याय एवम् उपभोक्ता - सरक्षंण आदि।
- कृषि-कर्म के अभाव ने एक जगह जमने की उनकी बाध्यता ही समाप्त कर रखी थी , बल्कि शहरें, दुर्गो और स्थायी बनी बस्तियों को वे नष्ट कर रहे थे।
- सदा वेदों के स्वाध्याय में तत्पर रहने वाले ब्राह्मणों , स्वधर्मपरायण क्षत्रियों, कृषि-कर्म में लगे हुए वैश्यों तथा नित्य सेवापरायण शूद्रों के यहाँ भी मैं सदा निवास करती हूँ।
- इस जिले के किसान कृषि-कर्म के लिए एक प्रकार के सैनिक ही हैं , वे सोना उगलती फसलों के लिए प्रशासन से लड़ने-भिड़ने में भी गुरेज़ नहीं करते .
- कृषि-कर्म के अभाव ने एक जगह जमने की उनकी बाध्यता ही समाप्त कर रखी थी , बल्कि शहरें , दुर्गो और स्थायी बनी बस्तियों को वे नष्ट कर रहे थे।
- यदि वे वृषभवाहन हैं , तो भारत को भी ऐसा होने का गौरव प्राप्त है ; क्योंकि वह कृषि-प्रधान देश है और उसका समस्त कृषि-कर्म वृषभ पर ही अवलम्बित है।
- हड़प्पा , मोय-जो-दाड़ो तथा मेहरगढ़ की जैसी भारतीय प्रायद्वीप की प्राचीनतम सभ्यताओं के पुरातात्विक अवशेषों के आधार पर यह अनुमान आसानी से लगाया जाता है कि तत्कालीन समाज कृषि-कर्म से परिचित था .