क्रान्तिवृत्त का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सूरज धरती के किस भूखंड-राशि चक्र में है उससे अंतरिक्ष के वृत्तीय खंड का साम्य कैसा ? भवृत्तीय या क्रान्तिवृत्त के उन्नयन या अवनयन का क्या औचित्य ? और इसी कारण गणना विचलन और तदुपरांत फल स्थापन में भेद उत्पन्न होता है .