क्रियारहित का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- तदुपरान्त अमूर्त होने से क्रियारहित परिच्छेद ( माप ) से शून्य होने से अथाह ( असीम ) , निर्धर्मिक ( धर्मरहित ) होने से संज्ञारहित और अज्ञान से आवृत्त होने से अभिव्यक्ति से शून्य अथवा प्रपंच के संस्कार का आधार होने से अभिव्यक्ति से रहित केवल सत् नामक ही कोई वस्तु शेष रहती है , वह रूपरहित होने से न तो तेज है और न प्रकाशरूप होने से तम ही है।।