क्षपणक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- चाणक्य : क्षपणक ! हा ! हा ! अब वह राजविरोध का फल भोगै।
- चाणक्य : क्षपणक ! हा ! हा ! अब वह राजविरोध का फल भोगै।
- विराध . : सबसे पहले तो जीवसिद्धि क्षपणक को निरादर करके नगर से निकाल दिया।
- और भी तो क्षपणक हैं , जो रात को वेश्याओं के साथ रहते हैं।
- महाराज , राजा चन्द्रगुप्त की आज्ञा से राजद्वेषी जीवसिद्धि क्षपणक निरादरपूर्वक नगर से निकाला जाता है।
- जीवसिद्ध क्षपणक जब इसकी सूचना दी तो पहलेलगा कि वह संवाद राक्षस द्वारा उड़ाया हुआ है .
- उत्तंक ने उसका पीछा किया , पकड़े जाने पर क्षपणक तुरन्त अपनी असली रूप में आ गया।
- चाणक्य : ( हर्ष से आप ही आप ) हमारे शत्रुओं का पक्षपाती क्षपणक है ?
- नवरत्न ( विक्रमादित्य के दरबार के)- क्षपणक, अमरसिंह, शंकु, वेताल भट्ट, घटखर्पर, कालिदास, वराह मिहिर, धन्वंतरि, वररुचि
- एक जलाशय के पास वह कुंडल रखकर स्नान करने लगे तो वह क्षपणक कुंडल उठाकर भागा।