खम्ब का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इधर हिन्दी सिनेमा में सच्चे खलनायक वीरों से भूमि खाली पड़ी है और प्रकाश राज आसानी से उस जमीन में अपना खम्ब गाड़ने में सफल हो रहे हैं।
- “ खम्ब ” प्रकार के मेनहीर , लकडी के खम्बे ( कभी कभी पत्थर के भी ) होते हैं जिनके शीर्ष पर चिड़िया , जानवर या आदमी की आकृति उकेरी जाती है।
- माघ पूर्णिमा के दिन होली का डांडा ( खम्ब ) गाड़ दिया जाता था , डांडा गड़ते ही चौपाल पर डाक-डफली के साथ शिव-पार्वती का ब्याह , औघढ़ धाणी की बारात के गीतों के स्वर वातावरण को आनन्दित कर देने वाले होते थे।
- जोकि लकड़ी का खम्ब या देहातों में हल के रूप में भी होता हैं इस केन्द्रीय मढ़े की लकड़ी में पूजन की तरह तरह की वस्तुओं और खिलौने के साथ आम या अम्ब वृक्ष की हरे , पत्तों सहित टहनियां बांधकर सुसज्जित किया जाता है।
- प्रहलाद जी ने कहा- पिताजी ! “मो मै तो मै, खडग खम्ब मै ,जहाँ देखो तहाँ राम” इस तलवार में, धरती में, आकाश में, इस पृथ्वी के कण-कण में श्री हरि है, पास लगे खम्बे को देखकर, हिरण्याकश्यपु ने कहा- क्या इस खम्बे में भी तेरा भगवान है?
- वृन्दावन में दीपावली के शुभ अवसर पर बांके बिहारी जी महाराज का सिंहासन बदल दिया जाता है , गर्मियों में जो सिंहासन रखा होता है , उसकी जगह अब एक विशाल हटरी आ जाती है जिसके खम्ब चांदी से निर्मित है और चांदी की ही छत भी है।
- देहली ऊपर दीप जलना अच्छा है अन्धकार को दूर भगाना अच्छा है बाहर लाखों दीप जलें हैं जलने दो पर मन के भीतर दीप जलाना अच्छा है वृन्दावन में दीपावली के शुभ अवसर पर बांके बिहारी जी महाराज का सिंहासन बदल दिया जाता है , गर्मियों में जो सिंहासन रखा होता है, उसकी जगह अब एक विशाल हटरी आ जाती है जिसके खम्ब चांदी से निर्मित है और चांदी की ही छत भी है।