ख़ुदग़र्ज़ी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- *एक ग़ज़ल जिसे आप शिकायत समझें या समाज में बढ़ते जा रहे ख़ुदग़र्ज़ी के
- ख़ुदग़र्ज़ी और चालाकी में डूब गई है ये दुनिया वरना सारा ज्ञान छुपा है बच्चों की नादानी में
- तब भी वह अपनी जल्दबाज़ी को दोष नहीं देता और न ही अपने मार्गदर्शक व्यक्ति और दल की ख़ुदग़र्ज़ी पर ही नज़र डालता है ।
- तुम उनको बुरे लगोगे पस दुशमनी की बिना पर दूसरों को क़त्ल करना और अपने आप को दुशमनी से बाज़ न रखना मूज़्ाी लोगों का काम है क्योकि ये सख़्त तरफ़दारी और ख़ुदग़र्ज़ी की बात है।
- ' ' ख़ुदग़र्ज़ी और चालाकी में डूब गई है ये दुनिया वरना सारा ज्ञान छुपा है बच्चों की नादानी में '' बेशकीमती शेर है जनाब , दरअसल उर्दू शायरी में '' ख़ुदग़र्ज़ी '' की जगह '' खुद ग़रज़ '' लफ्ज़ इस्तेमाल किया जाता यहां ..
- ' ' ख़ुदग़र्ज़ी और चालाकी में डूब गई है ये दुनिया वरना सारा ज्ञान छुपा है बच्चों की नादानी में '' बेशकीमती शेर है जनाब , दरअसल उर्दू शायरी में '' ख़ुदग़र्ज़ी '' की जगह '' खुद ग़रज़ '' लफ्ज़ इस्तेमाल किया जाता यहां ..
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