खाभा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पालीवाल नामक वाणिज्य करने वाली जाति ने खाभा , काठोङ्ी, कुलधर, बासनीपीर, जैसू राणा, हडडा आदि ग्राम बसाए थे, इनकी रचना बङ्े कलात्मक ढंग से की गई थी।
- पालीवाल नामक वाणिज्य करने वाली जाति ने खाभा , काठोङ्ी , कुलधर , बासनीपीर , जैसू राणा , हडडा आदि ग्राम बसाए थे , इनकी रचना बङ्े कलात्मक ढंग से की गई थी।
- उन्होंने बताया कि जैसलमेर तहसील क्षेत्र में 13 नवम्बर को यात्रा का प्रथम दल मूलसागर से प्रारम्भ होकर काहला , जाजिया , डेढा , खाभिया , खाभा , कुम्भारकोठा , सिपला , बरना से होता हुआ खुहडी पहुंचेगा और वहीं रात्रि विश्राम करेगा।
- उन्होंने बताया कि जैसलमेर तहसील क्षेत्र में 13 नवम्बर को यात्रा का प्रथम दल मूलसागर से प्रारम्भ होकर काहला , जाजिया , डेढा , खाभिया , खाभा , कुम्भारकोठा , सिपला , बरना से होता हुआ खुहडी पहुंचेगा और वहीं रात्रि विश्राम करेगा।
- बुधवार को खाभा में कैडेट्स ने प्राचीन जीवाश्म संग्रहालय का अवलोकन किया जिसमें उन्हें प्राचीन जीवाश्मों के बारे में विस्तार से बताया गया कि यह रेगिस्तानी भाग प्राचीन काल में समुद्री इलाका रहा है , जो धीरे धीरे मैदानी भाग और अंत में मरुस्थल में परिवर्तित हो गया है।
- की सामूहिक सुरक्षा , परस्पर एकता व सामुदायिक जीवन पद्धति को दर्शाने वाले कुलधरा व खाभा गाँवों को पालीवाल ब्राह्मणों ने जैसलमेर रियासत के दीवान सालिम सिंह की ज्यादतियों से बचने तथा अपने आत्म सम्मान की रक्षा के लिए एक ही रात में खाली करके उजाड़ कर दिए।
- इनके साथ ही अमरसागर , बड़ा बाग , लौद्रवा , मूमल-महेन्द्रा की मेड़ी , पुरातत्व के धाम , पालीवालों की संस्कृति के पुरावशेषों का दिग्दर्शन कराते कुलधरा और खाभा , सम और खुहड़ी के लहरदार मखमली रेतीले धोरे , बैसाखी , रामकुण्डा , बरमसर , गजरूप सागर आदि का महत्व सर्वविदित है।
- कुलधरा , खाभा , जैसलमेर : - पालीवाल ब्राह्मणों के प्राचीन वैभव का प्रतीक- कुलधरा और खाभा गाँवों के खंडहर ! जैसलमेर जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित पालीवाल ब्राह्मणों द्वारा वर्षों पूर्व परित्यक्त कुलधरा एवं खाभा नामक दो गाँवों के प्राचीन खंडहर स्थित है जो पालीवालों की संस्कृति , उनकी जीवनशैली , वास्तुकला एवं भवन निर्माण कला को अभिव्यक्त करते हुए अद्भुत अवशेष हैं।
- कुलधरा , खाभा , जैसलमेर : - पालीवाल ब्राह्मणों के प्राचीन वैभव का प्रतीक- कुलधरा और खाभा गाँवों के खंडहर ! जैसलमेर जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित पालीवाल ब्राह्मणों द्वारा वर्षों पूर्व परित्यक्त कुलधरा एवं खाभा नामक दो गाँवों के प्राचीन खंडहर स्थित है जो पालीवालों की संस्कृति , उनकी जीवनशैली , वास्तुकला एवं भवन निर्माण कला को अभिव्यक्त करते हुए अद्भुत अवशेष हैं।
- कुलधरा , खाभा , जैसलमेर : - पालीवाल ब्राह्मणों के प्राचीन वैभव का प्रतीक- कुलधरा और खाभा गाँवों के खंडहर ! जैसलमेर जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित पालीवाल ब्राह्मणों द्वारा वर्षों पूर्व परित्यक्त कुलधरा एवं खाभा नामक दो गाँवों के प्राचीन खंडहर स्थित है जो पालीवालों की संस्कृति , उनकी जीवनशैली , वास्तुकला एवं भवन निर्माण कला को अभिव्यक्त करते हुए अद्भुत अवशेष हैं।