खिज़ाब का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जिस्म की जिल्द से झुर्रियों को छुपने की भरसक कोशिश कर लो , खिज़ाब से बालों का असली रंग छुपा कर रख लो पर इन दिखावों से बढ़ती उम्र न रुकती है न घटती है।
- खिज़ाब लगाऊं भी तो कहाँ , बाल तो नाम मात्र को खोपड़ी के किनारों पर झालर की तरह ही शेष बचे हैं और वो भी एक के बाद एक तेज़ी से त्याग-पत्र देते जा रहे हैं।
- सूरतें कोई कैसे पहचाने , चेहरे सारे खिज़ाब रहते हैं ! पत्थरों के मकान हैं लेकिन , गमलों ही में गुलाब रहते हैं ! रूह का तो कोई वजूद नहीं , जिस्म ही बेहिसाब रहते हैं !
- पुत्री का पक्ष लेने वाली यह पत् नी इस समय होंठों पर लाली और बालों पर खिज़ाब लगाये हुए थी जबकि ये दोनों ही चीज़ें , आप कुछ भी कहिए , यशोधर बाबू को ‘ समहाउ इम् प्रॉपर ' ही मालूम होती हैं।
- जाँ का उबाल बशर्ते औलाद बन ना जाए तादे शबाब आपकी बेज़ार 1 बन ना जाए वो जो अधेड़ उम्र हैं उनसे भी है ख़िताब 2 बच्चे हैं एक दो तो ठहर जाइए ज़नाब बेबा नहीं है आप को मसनूई 3 आबो -ताब 4 जब ढल चुका शबाब तो बेकार है खिज़ाब 5 करते हैं आप पेश ये उलटी मिसाल क्यूँ बासी कढ़ी को आया अब आख़िर उबाल क्यूँ
- इंसान की औलाद के तौर पर ही उसे क्यों नहीं पाला जा सकता ? इस पर भी भारत रत्न- क्यों ? हिन्दु से कन्वर्ट हुए आधे-अधूरे मुसलमानों को जबरन पूरा मुसलमान बनानें की जद्दोजहद क्यों ? ख़ुदा पर ईमान लानें वाले दीनदार मुसलमानों के बज़ाय इस्लाम का खिज़ाब लगाये चन्द मुसलमानों को ही सर्वराकार माना जाए- क्यों ? अपनें-अपनें मज़हब को उसकी रुह के अनुरुप माननें वालों में कोई द्वन्द्व कहाँ ? झगड़ा तो झन्डॆ और ज्येष्ठ और श्रेष्ठ का है , जो शुद्ध राजनैतिक और विस्तारवादी है।