गाहे-गाहे का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यह उनकी पुस्तक ' गाहे-गाहे ' में संकलित है , जिसे उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी का पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।
- यह उनकी पुस्तक ' गाहे-गाहे ' में संकलित है , जिसे उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी का पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।
- अनुवाद उर्दू में है और उनकी पुस्तक ' गाहे-गाहे' का हिस्सा है, जिसे उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी का पुरस्कार प्राप्त हुआ था.
- अनुवाद उर्दू में है और उनकी पुस्तक ' गाहे-गाहे' का हिस्सा है, जिसे उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी का पुरस्कार प्राप्त हुआ था.
- अनुवाद उर्दू में है और उनकी पुस्तक ' गाहे-गाहे ' का हिस्सा है , जिसे उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी का पुरस्कार प्राप्त हुआ था .
- अनुवाद उर्दू में है और उनकी पुस्तक ' गाहे-गाहे ' का हिस्सा है , जिसे उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी का पुरस्कार प्राप्त हुआ था .
- तिरी इक ग़ज़ल भी ' सरवर' किसी काम की जो होती तो ज़रूर शायरों में तिरा भी शुमार होता ! -सरवर- ख़्वार =दीन-हीन आश्कार =सरे आम ,जाहिर गाहे-गाहे =कभी-कभी दिल-कुशा =मनोहर बे-रिया =मुख़्लिस.दिल का साफ वफ़ा-शि'आर=वफ़ा करने वाला ========================================= ग़ज़ल : रोज़-ओ-शब इस में बपा ...
- कहीं गाहे-गाहे धुँआ उठ रहा है लगी आग दिल की न अबतक थमी है चलो प्यार का एक पौधा लगाएं यहाँ की ज़मी में अभी भी नमी है उसी से मुख़ातिब , उसी के मुख़ालिफ़ ये “आनन” का रिश्ता अजब बाहमी है -आनन्द मसाइल =समस्यायें मसाइब =मुसीबतें हवादिस =हादसे एक ग़ज़ल : जूनून-ए-इश्क में हमनें ......
- कहीं गाहे-गाहे धुँआ उठ रहा है लगी आग दिल की न अबतक थमी है चलो प्यार का एक पौधा लगाएं यहाँ कि ज़मी में अभी भी नमी है उसी से मुख़ातिब , उसी के मुख़ालिफ़ ये “आनन” का रिश्ता अजब बाहमी है -आनन्द मसाइल =समस्यायें मसाइब =मुसीबतें हवादिस =हादसे दिल्ली ब्लोग्गर मीट के शुरूआती क्षण -एक विडियो जय कुमार झा एवं रतन सिंह शेखावत दिल्ली ब्लॉगर मीट-पहले वालों चित्रों को तो झेला तो अब इन्हें भी झेलिए दिल्ली ब्लॉगर मीट- फोटो तो देख ली..