ग्रन्थकर्ता का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ' पाठक इस जगह ही ग्रन्थकर्ता महाशय की सुबुद्धि का पता लगा कर संपूर्ण ग्रन्थ की बातों की सच्चाई-झुठाई समझ सकते हैं।
- इससे मालूम होता है कि ग्रन्थकर्ता महोदय के जन्म स्थान बंगाल में ही यह किंवदंती प्रसिद्ध रही होगी , जिससे उन्होंने इसको लिखा है।
- परंतु यदि ग्रन्थकर्ता महाशय के बताए हुए बारह पुराण को देखिए तो उसमें जाति-विचार का गंध भी नहीं हैं , निरूपण तो दूर रहा।
- साथ ही , यह भी याद रखना चाहिए कि ग्रन्थकर्ता ने जाति विषयक दो प्रकरण अलग ही बनाए हैं - ( 1 ) ब्राह्मणोत्पत्तिमार्तण्ड , ( 2 ) वर्णशंकरजातिनिरूपण।
- ग्रन्थकर्ता ने अपने ग्रन्थ के प्रयोजन के विषय में लिखा है कि दूसरे ( व्याख्याकारों के द्वारा जो भी दुर्बोध रहा है उसके सरल प्रकाशना के लिये वे इस ग्रन्थ का प्रणयन कर रहे हैं।
- इससे यही स्पष्ट झलकता हैं कि जैसे बारहपुराण का नाम ग्रन्थकर्ता महाशय ने झूठ-मूठ लिया हैं वैसे ही या तो तन्त्र ग्रन्थ का कल्पित नाम रख दिया है , अथवा यदि ऐसा ग्रन्थ कहीं पर्वतादि के गुफाओं में मिले भी तो उसमें जाति का विचार नहीं हैं।
- इसके विषय में इस जगह मुझे यही कहना हैं कि उस ग्रन्थ के नाम पर ग्रन्थकर्ता को केवल अपनी योग्यता की नोटिस देनी थी , क्योंकि ग्रन्थ के टाइटिल पेज पर आपने अपने सारे विशेषण लिखे थे ही , फिर उन्हीं की आवृत्ति 90 वें पृष्ठ से ले कर प्राय : दो परिच्छेदों में की।