चवर्ग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- च छ ज झ ञ चवर्ग
- चवर्ग , टवर्ग, रेफ आदि वर्णों की श्रुति-कटु वर्ण माना गया है।
- यह असल में विपरीत क्रम में लिखित वर्णमाला का ‘ चवर्ग ' है ।
- परन्तु चवर्ग , टवर्ग, तवर्ग, श और स का व्यवधान हो जाने पर न् का ण् नहीं होता।
- ये दोनों संस्कृत व्यंजन वर्णमाला के ‘ चवर्ग ' के क्रमशः तृतीय एवं पंचम वर्ण हैं ।
- परन्तु चवर्ग , टवर्ग, तवर्ग, श और स का व्यवधान हो जाने पर न् का ण् नहीं होता।
- हिन्दी व्यंजनों में- कवर्ग , चवर्ग, टवर्ग, तवर्ग, पवर्ग, अन्तस्थ और ऊष्म का तो ज्ञान ही नही कराया जाता है।
- हिन्दी व्यंजनों में- कवर्ग , चवर्ग, टवर्ग, तवर्ग, पवर्ग, अन्तस्थ और ऊष्म का तो ज्ञान ही नही कराया जाता है।
- २ ) तमिल लिपि के कवर्ग , चवर्ग आदि प्रथम पाँच वर्गों में केवल दो दो-दो अक्षर ही हैं ।
- २ ) तमिल लिपि के कवर्ग , चवर्ग आदि प्रथम पाँच वर्गों में केवल दो दो-दो अक्षर ही हैं ।