चाहत होना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दुखों से और दुखों से मुक्ति की चाहत होना स्वाभाविक है | जैसे खुशी की चाहत होना स्वाभाविक है उसी तरह दुखों से मुक्ति की चाहत होना भी स्वाभाविक है | ठीक हैं , जब कोई जितना जल्दी यह समझ जाता है कि खुशी तो हैं परन्तु उसके साथ दुःख भी है तो मुक्ति पाने की इच्छा प्रबल हो जाती है |
- चरित्र के प्रारंभिक लक्षण- सबको खुश रखने की चाहत होना , अन्य लोगों तथा संबंधियों पर अत्यधिक निर्भरता, स्वयं तथा जीवन के मध्य असंतुलन, अस्थिर चित्त, अनिर्णायक, ढुलमुल प्रवृत्ति, दो पाटों के मध्य पिसना, या तो स्वयं को या फिर भागीदार को अत्यधिक महत्व देना, शारीरिक जीवन और आत्मिक जीवन के मध्य किंकर्त्तव्यविमूढ़, स्वयं की अच्छाइयों की जानकारी न होना, यह अहसास करने में असमर्थ होना कि आपका भागीदार स्वयं की अचेतना को अपने व्यवहार में अभिव्यक्त करता है।