चोंगी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बंभरी पेंड के घने जंगल में टेन हांककर नेवरिया के बेटे जरहू नें चोंगी सुलगा लिया ।
- तिरिया जल्दी उठेनी सोवे , चम्मर घम्मर मही विलोवे, चरखा काते रोटी पावे, खाये किसान खेत दिशि जावे चोंगी माखुर जोर।
- वह चोंगी का एक कश लेता , सरई के पत्ते की मोटी बीड़ी से लौ उठता और एक युग पार कर लेता।
- अचानक उसे खिजाने के लिए मैंनेउसे टटोलते हुए कहा- " पर यह लाचारी और भूख से आपका क्या वास्ता?" अंजोरसिंग ने अपनी जेब टटोली-- चोंगी?.
- चोंगी का आखरी कश खींचा फिर जमीन में रगड़कर बुझा दिया , फिर कथरी को ओढ़ के सुकवारो के सपने में समा गया .
- धरम सत इमान के रहिन है आदी , चाहे लाख साख हो जावै बनिन नी लबरा चोर॥ पगड़ी मुकुट बारी के कुंडल, चोंगी बंसरी पनही पेजल।
- एक कथा और दूसरे कथा के बीच थोड़ी देर का , ' चिलम ' और ' चोंगी ' पीने के लिये , विश्रामकाल होता था।
- एक कथा और दूसरे कथा के बीच थोड़ी देर का , ' चिलम ' और ' चोंगी ' पीने के लिये , विश्रामकाल होता था।
- रामरस सुनना था कि छत्तीसगढ़ का वह सयाना चैतन्य हुआ , उसने अपनी चोंगी से इतने जोर का सुट्टा लिया कि लौ तीन बीता ऊपर उठ गई।
- बाजार में रौनक लगी हुयी थी , इक्के वाले , घोड़े वाले , रथ वाले , गाड़ीवान बाजार के बीच में बने पड़ाव में डेरा डाले चोंगी धूक रहे थे।