च्युत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वर्ण संकर - परमार्थ पद से च्युत हो जाना।
- अर्थात जीव दो प्रकार के हैं- च्युत और अच्युत।
- किसी शब्द को उसके स्थान से च्युत कर अन्यत्र
- शों से यह कभी च्युत नहीं हुआ।
- अच्युत- जो च्युत नही हुआ-गिरा नहीं-चुआ नहीं-स्खलित नहीं हुआ।
- क्षितिज ओर हों , पैर धरा से ना च्युत हों
- सत्याग्रही अपने धर्म से च्युत हो जाएगा।
- खुद नियम च्युत है . तिहाड़ मंडित है .
- लेकिन देवलोक से च्युत उर्वशी ने तीन शर्तें रखी-
- तर्क आपके परम पूज्य , च्युत नहीं मुझे कर पायेंगे,