छान्दोग्य उपनिषद् का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- छान्दोग्य उपनिषद् कहती है कि हमें ॐ अक्षर की ही उपासना करनी चाहि ए .
- छान्दोग्य उपनिषद् ( 6.11 ) में बताते हैं “ हरेक वृक्ष में जीवन है।
- छान्दोग्य उपनिषद् ( इतिहास पुराणं पञ्चम वेदानांवेदम् ७.१.२) ने भी पुराण को वेद कहा है।
- छान्दोग्य उपनिषद् ( इतिहास पुराणं पञ्चम वेदानांवेदम् ७.१.२) ने भी पुराण को वेद कहा है।
- छान्दोग्य उपनिषद् में ब्राहमण उद्दालक ने अपने वेद विद्वान पुत्र श्वेतकेतु को भी ब्राह्मण नहीं माना।
- छान्दोग्य उपनिषद् वाले नारद सुयोग्य शिष्य हैं , वे आचार्य से प्रश्नों की झड़ी लगाते हैं।
- छान्दोग्य उपनिषद् में शास्त्रों के ज्ञाता और आत्मा के ज्ञाता के बीच भेद किया गया है .
- छान्दोग्य उपनिषद् में आत्मज्ञान को कहानियों के माध्यम से बहुत ही अलग ढ़ंग से बताया गया है।
- छान्दोग्य उपनिषद् के 7 वे प्रपाठक में नारद की मनोव्यथा और आत्मतत्व प्राप्ति की इच्छा का वर्णन है।
- छान्दोग्य उपनिषद् में एक कथा है - सत्यकाम जाबाल ने अपनी माता जबाला से अपना गोत्र जानना चाहा।