जम्बुक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जैसे - मृगी से श्रृंगी ऋषि की , कुश से कौशिक की , जम्बुक से जाम्बूक की , वाल्मिक से वाल्मीकि की , मल्लाह कन्या ( मत्स्यगंधा ) से वेदव्यास की , शशक पृष्ठ से गौतम की , उर्वशी से वसिष्ठ की , कुम्भ से अगस्त्य ऋषि की उत्पत्ति वर्णित है !
- ' यह वही आनंदातिरेक का भाव है जो उस संस्कृत कथा के जम्बुक को होता है जो जंगल ( क्या बस्तर ? ) में एक हृष्ट-पुष्ट , सुगठित , सुललित हिरण को देखकर सोचता है - ‘ कथं एतत सुललितं मांसोहम भक्ष्यामि ? ' ( इसका हिरण का स्वादिष्ट मांस कैसे खाऊँगा ) .