जलरूप का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- खुद सूर्य जलकारक दायक पोषक होने और शनि स्वयं जलरूप रहने से इस बात में कोई विरोध नहीं हैं।
- जब वह मरके पृथ्वी में गिर पड़ता है , तब अपने जलरूप शरीर को सब पृथ्वी में फैला देता है।
- जब वह मरके पृथ्वी में गिर पड़ता है , तब अपने जलरूप शरीर को सब पृथ्वी में फैला देता है।
- अर्थात् प्यास जलरूप ही है , ऐसे ही सुखासक्तिकी भी संसारसे स्वतन्त्र सत्ता नहीं है अर्थात् संसारकी सुखासक्ति या सुखभोगबुद्धि संसाररूप ही है ।
- अपने पिता सूर्य की आज्ञा पर यमुना ने जलरूप धारण किया और कालिंदी पर्वत से निकलकर सरिता के रूप में निकली तभी से उनका नाम कालिंदी पड़ा।
- इसके मुख्य चक्र में सर्वाधिक उपयोग में लाए जाने वाला जलरूप - द्रव - वाष्प बनकर बादल बनता है और फिर बादल बनकर ठोस ( हिम) या द्रव रूप में बरसता है ।
- इसके मुख्य चक्र में सर्वाधिक उपयोग में लाए जाने वाला जलरूप - द्रव - वाष्प बनकर बादल बनता है और फिर बादल बनकर ठोस ( हिम) या द्रव रूप में बरसता है ।
- इसके मुख्य चक्र में सर्वाधिक उपयोग में लाए जाने वाला जलरूप - द्रव - वाष्प बनकर बादल बनता है और फिर बादल बनकर ठोस ( हिम ) या द्रव रूप में बरसता है ।
- राजा ने इसे अपमान समझा और पद्मसंभव को जला देने का हुक्म जारी किया , मगर आग की लपटें चमत्कारिक ढंग से जलरूप में तब्दील हो झील बन पड़ी , जिसका नाम हुआ पद्मसंभव।
- वृत्र के इस जलरूप शरीर से बड़ी-बड़ी नदियाँ उत्पन्न होके अगाध समुद्र में जाकर मिलती हैं , और जितना जल तालाब व कूप आदि में रह जाता है वह मानो पृथ्वी में शयन कर रहा है।।