जिभ्या का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कबीर राम ध्याइ लै , जिभ्या सौं करि मंत।
- जिभ्या गरज़ सी पड़ी और मैं जो
- कइस बहस करत है , मानों सरसुती जिभ्या पर बैठी है।
- जिभ्या को स्वाद और स्वादिष्ट पदार्थ।
- खट्टा मीठा चरपराद्व जिभ्या सब रस
- संत कबीरदास ने लिखा है- जिभ्या ते छाला परा , राम पुकारि, पुकारि।।
- हे धर्मदास ! अब जिभ्या यानी जीभ इन्द्रिय के बारे में जानो ।
- संत कबीरदास ने लिखा है- जिभ्या ते छाला परा , राम पुकारि , पुकारि।।
- जिभ्या ( पलेट ) रस लेती है वसा का चिकनाई सने भोजन का .
- इन हत्यारे बच्चों की पहचान जिभ्या काले , वल्लभ काले और दामदेव पवार के रूप में हुई है।