जीवलोक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मणिकूट परिक्रमा का उद्देश्य गुरुतत्व को जागृत करना , समस्त जीवलोक की सुख शांति एवं समृद्धि हेतु , विश्व शांति एवं कल्याण हेतु भारत की एकता , अखंडता , आदर्शता व सत्यता व समस्त विश्व मानव जाति के उत्थान एवं सत चरित्रतता प्रदान करना है।
- हमारे कथन की पुष्टि अगले ही मंत्र १ ९ . ३ . २ में स्वयं सायण करते हुए कहते हैं “ हे मृत पति की धर्मपत्नी ! तू मृत के पास से उठकर जीवलोक में आ , तू इस निष्प्राण पति के पास क्यों परी हुई हैं ?