जुगनूँ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कुछ खूनी वहशी आकर धरती की इज्जत लूट गए , मुट्ठी भर जुगनूँ घुसकर सूरज के मुंह पर थूक गए ।
- कुछ खूनी वहशी आकर धरती की इज्जत लूट गए , दस जुगनूँ घर में घुसकर सूरज के मुंह पर थूक गए ।
- पता नहीं कितनी अग्नि थी उसके भीतर कि मैं जिसे अपने सूरजों पर बहुत गर्व था उसके सामने एक छोटा-सा जुगनूँ बन जाता
- यह नहीं कविता में आनंद नहीं आया वोह अपनी जगह सुंदर है पर जो कैफ जुगनूँ की मोत का था उतरा नहीं .
- लेकिन इससे बड़ा और कोई सम्मान नहीं है तो किया भी क्या जा सकता है जुगनूँ के पास जितनी रौशनी होगी उतनी ही दे सकता है … एक बार पुनः बहुत बधा ई .
- रात ये बुझने न पाए , जुगनूँ संभालिये,चाँद को आँखों में रख के दिन निकालिए ।रात आखिर रात है, पलकों में खो जानी है ,और शामें रोज़ थक के यादों में सो जानी है ।
- रात ये बुझने न पाए , जुगनूँ संभालिये,चाँद को आँखों में रख के दिन निकालिए ।रात आखिर रात है, पलकों में खो जानी है ,और शामें रोज़ थक के यादों में सो जानी है ।
- गुल-ए-नग़मा ' से एक और रचना की फरमाइश करूँगा कभी … नज़्म याद आ रही है उन्वान कुछ भूल सा रहा हूँ ……… . शायद “ जुगनूँ ” . पुस्तक की मेरी प्रति किसी महापुरुष ने अपना ली ..
- विज्ञान के लिए कुछ भी असम्भव नहीं , वो जुगनूँ की रौशनी का उपयोग कर सकता है , उल्लू की देखने की क्षमता एक दिन आदमी में पैदा कर सकता है , हमारी कल्पना में जो आज नहीं वो भी संभव है ..
- मेलों में बिकते खीले-गटे जुएखानों के सट्टे हो गये जुगनूँ , लालटेन , नानी की कहानियाँ पाश्चात्य संगीत में खो गये चारपाई , छप्पर , आंगन न मिला तो गगन चूमती अट्टालिकाओं में सो गये गोबर लिपी ज़मीन फ़र्श हो गयी बाजरे की रोटी बेकार हो गयी राधिका गँवार हो गयी ...