डिंगल भाषा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मुख्य वक्तव्य देते हुए कवि , कथाकार , समालोचक डॉ . चेतन स्वामी ने कहा की डिंगल भाषा जितनी राजस्थान में लोक प्रिय है उतनी ही गुजरात में भी है।
- इसका जवाब वैज्ञानिकों के पास नहीं है कि हाकड़ो के सूख जाने के बाद यहां सभ्यता पनपी तो समंदर जन मानस की स्मृति में कैसे आया ? डिंगल भाषा में समुद्र या सागर और उनके दर्जनों पर्यायवाची शब्द आते हैं।
- इसका जवाब वैज्ञानिकों के पास नहीं है कि हाकड़ो के सूख जाने के बाद यहां सभ्यता पनपी तो समंदर जन मानस की स्मृति में कैसे आया ? डिंगल भाषा में समुद्र या सागर और उनके दर्जनों पर्यायवाची शब्द आते हैं।
- बुन्देलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ जटाशंकर में एक शिलालेख पर डिंगल भाषा में १३वी-१४वी सदी में गूजरों-गौदहों तथा काई को पराजित करनेवाले विश्वामित्र गोत्रीय विजयसिंह का प्रशस्ति गायन कर दोहा इतिहास के अज्ञात पृष्ठ को उद्घाटित कर रहा है-जो चित्तौडहि जुज्झी अउ , जिण दिल्ली दलु जित्त.सोसुपसंसहि रभहकइ,
- पंकज जी ये राजस्थान की डिंगल भाषा है जिसे राजस्थान में भी अब तो बहुत कम लोग ही जानते है | मुझे भी इनकी व्याख्या करने में पसीने छुट गए यदि सोभाग्य सिंह जी से इनका भावार्थ नहीं जान पाता तो में तो इनकी व्याख्या कभी नहीं कर पाता |
- कालांतर मे यह प्रदेश क्रष्ण के समकालीन शिशुपाल वशीय परंपरा के ही पँवार डहलिया राजपूतो के हाथ मे था ! डहलिया चंदेल थे इस कारण इस स्थान को बूढ़ी चँदेरी नाम से जाना जाता था ! इसी के संदभ मे विक्रम की ग्यारहवी शदी मे रचित डिंगल भाषा के प्रथ्वीराज रासो के उल्लेख मे ही शिशुपाल वशीय शासित नगरी चँदेरी जो वर्तमान मे लाड़नू नगर के नाम से जाना जाता है !