तलेटी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस चातुर्मास का अनूठा यादगार दिन आया 10 सितम्बर का दिन ! पारणे का दिन ! तलेटी की यात्रा कर आये थे।
- आबूरोड . शहर के तलेटी क्षेत्र में नगर सुधार न्यास से बगैर निर्माण अनुमति चल रहे निर्माण कार्यों का यूआईटी अध्यक्ष हरीश चौधरी एवं सचिव जगवीर सिंह ने मुआयना किया।
- भास्कर न्यूज क्च आबूरोड समीपवर्ती मीन तलेटी गांव के जनजाति आश्रम छात्रावास परिसर में बुधवार देर रात एक पैंथर ने हमला कर एक बंदर व श्वान को मार दिया।
- भास्कर न्यूज - ! - आबूरोड शहर के तलेटी क्षेत्र स्थित दानवाव इंद्रा कॉलोनी में मंगलवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान शाम को अचानक कुछ लोगों ने प्रशासनिक दस्ते और पुलिस कर्मियों पर पथराव कर दिया।
- वर्षों तक शत्रुंजय रहे , तब पत्नी को व्हील चेयर पर बिठाकर तलेटी के दर्शन करवाना , घर्म-घ्यान में लगाना , जीवन का अर्थ समझाना , समाघि में सहयोगी बनना आदि कार्य निपुणता से सम्पन्न किए।
- अब वैज्ञानिको ने जो पता लगाया है की ये जो श्री रामसेतु जहा पर है समुद्र की तलेटी में वही पर सबसे ज्यादा रेडियो एक्टिव इंधन है , तो अब ये रेडियो एक्टिव इंधन चाहिए किसको ? अमेरिका को ..
- ॐ हिंगलाज माँ जय लुंग बाई सगत लुंग बाई सा सगत की अवतरित भूमि जो जिला सिरोही में गाव वलदरा हैं , ये पावन भूमि ऋषि मुनियों की तपो भूमि हैं जो आबू की तलेटी में हैं ,ये जागीरी का गाव चारण दुदोजी आशिया का हैं ,जो बहुत बड़े वीरतापूर्ण वयक्ती थे .माँ सगत लुं...
- ॐ हिंगलाज माँ जय लुंग बाई सगत लुंग बाई सा सगत की अवतरित भूमि जो जिला सिरोही में गाव वलदरा हैं , ये पावन भूमि ऋषि मुनियों की तपो भूमि हैं जो आबू की तलेटी में हैं ,ये जागीरी का गाव चारण दुदोजी आशिया का हैं ,जो बहुत बड़े वीरतापूर्ण वयक्ती थे .माँ सगत लुं
- स . ९५३ मैं भीनमाल मैं परदेशियों का आक्रमण हुआ, तब कितने ही गुजर भीनमाल छोड़कर अन्यत्र गए | उस वक्त् अंजना पतीदारो के लगभग २००० परिवार गाडे में भीनमाल का निकल के आबू पर्वत की तलेटी मैं आये हुए चम्पावती नगरी मैं आकर रहने लगे | वहां से धाधार मे आकर स्थापित हुए, अंत मे बनासकांठा , साबरकांठा , मेहसाना और गांधीनगर जिले मे विस्तृत हुए |
- भाटियों ने छह मील की सीमा में माता जी के बारह थान ( स्थान ) का निर्माण करवाया जो आज भी रोईडे का थान , तलेटी का थान , बेर का थान , तोरणिये का थान , मठी का थान , ढोक का थान , धोरी मठ वीरातरा , खिमल डेरो का थान , भीयड़ भोपे का थान , नव तोरणिये का थान एवं बांकल का थान के नाम से जाने जाते हैं।