तिरना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- परमात्मा की प्राप्ति के लिए संत-सद्गुरु की कृपा को अनिवार्य मानते हैं : - संत सूंलेना संत सूंदेना , संत संगति मिली दुस्तर तिरना संत की छाया संत की माया , संत संगति मिलिगोविंद पाया॥ संत नामदेव का जन्म 26 अक्तूबर ,1270 ई.क ो महाराष्ट्र में नरसीबामनीनामक गांव में हुआ।
- का कहना है कि - बहुत बहुत बधाई दोनो विजताओ को मेरी तरफ़ सेबारिश की बूँदें थी आईं , पीछे ओला-वृष्टि हुई थीआधे घंटे से भी कम में, श्वेत-खेत की सृष्टि हुई थीजहाँ कहीं भी नज़र घुमाएँ, या जल था या जलते ओलेवर्षा के पानी का मैंने, आँखों में तिरना देखा था।
- श्रम का सीकर दु : ख का आँसू हँसती आँखों में सपने , जल ! कितने जाल डाल मछुआरे पानी से जीवन छीनेंगे ? कितने सूरज लू बरसा कर नदियों के तन-मन सोखेंगे ? उन्हें स्वयम् ही पिघले हिम के जल-प्लावन में घिरना होगा फिर-फिर जल के घाट-घाट पर ठाठ-बाट तज तिरना होगा , महाप्रलय में एक नाम ही शेष रहेगा जल … .. जल ...... जल ही जल ।
- [ तिलक करें रघुवीर] नाम लेते जिनका दुख भागे नाम लेते जिनका दुख भागे मिला उन्हें तो जीवन-भर दुख ही दुख आगे-आगे छूटा अवध साथ प्रिय-जन का शोक असह था पिता-मरण का देख कष्ट मुनियों के मन का वन के सुख भी त्यागे वन-वन प्रिया-विरह में फिरना 'कैसे हो सागर का तिरना?' भ्राता का मूर्छित हो गिरना नित नव-नव दुख जागे गूँजी ध्वनि जब कीर्ति-गान की फिर चिर-दुख दे गयी जानकी माँग उन्हीं-सी शक्ति प्राण की मन! तू सुख क्या माँगे! नाम लेते जिनका दुख भागे मिला उन्हें तो जीवन-भर दुख ही दुख आगे-आगे [सीता वनवास से] तुम खेल रहे......