तैत्तिरीय उपनिषद् का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसी क्रम में उपनिषदों की चर्चा भी अपेक्षित है - विशेषकर तैत्तिरीय उपनिषद् की।
- इसी क्रम में उपनिषदों की चर्चा भी अपेक्षित है - विशेषकर तैत्तिरीय उपनिषद् की।
- साहित्य वेद हैं और वेदों ( तैत्तिरीय उपनिषद् ) में आता है कि हर व्यक्ति कामनाओं
- ॐ शं नो मित्रः शं वरुणः … - तैत्तिरीय उपनिषद् की प्रार्थना 17 मार्च 2013 1 टिप्पणी
- तैत्तिरीय उपनिषद् के अपने भाष्य में वे कहते हैं , ‘ उपनिपन्नं वा अस्याम् पर श्रेय इति।
- तैत्तिरीय उपनिषद् तीन अध्यायों में बंटा है जिनको ‘वल्ली ' नाम दिया गया है; ये हैं शिक्षावल्ली, ब्रह्मानन्दवल्ली, एवं भृगुवल्ली ।
- तैत्तिरीय उपनिषद् का यह कथन ‘ सत्यं ज्ञानमनन्तं ब्रह्म ' वस्तुत : ब्रह्म के स्वरूप को प्रकट करता है .
- यजुर्वेद की वही शाखा जो तीतर बनकर ग्रहण की गयी थी , ' तैत्तिरीय उपनिषद् ' के नाम से प्रसिद्ध हुई।
- यजुर्वेद की वही शाखा जो तीतर बनकर ग्रहण की गयी थी , ' तैत्तिरीय उपनिषद् ' के नाम से प्रसिद्ध हुई।
- यजुर्वेद की वही शाखा जो तीतर बनकर ग्रहण की गयी थी , ' तैत्तिरीय उपनिषद् ' के नाम से प्रसिद्ध हुई।