त्रिस्पृशा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शंख , चक्र , गदा व पद्म से युक्त भगवान सत्यदेव जिनकी जया , विजया , जयंती , पापनाशिनी , उन्मीलनी , वंजुली , त्रिस्पृशा एवं ववर्धना आठ शक्तियां हैं , जिनके अग्र भाग से गंगा प्रकट हुई है।
- शंख , चक्र , गदा व पù से युक्त भगवान सत्यदेव जिनकी जया , विजया , जयंती , पापनाशिनी , उन्मीलनी , वंजुली , त्रिस्पृशा एवं विवर्धना आठ शक्तियां हैं , जिनके अग्रभाग से गंगा का आविर्भाव हुआ है , सदैव भक्तों के वश में रहने वाले हैं।
- शंख , चक्र , गदा व पù से युक्त भगवान सत्यदेव जिनकी जया , विजया , जयंती , पापनाशिनी , उन्मीलनी , वंजुली , त्रिस्पृशा एवं विवर्धना आठ शक्तियां हैं , जिनके अग्रभाग से गंगा का आविर्भाव हुआ है , सदैव भक्तों के वश में रहने वाले हैं।