दयावंत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ‘ शनिदेव तुम्हारा क्या कहनाÓ , ‘ शनिदेव सुन लो अर्ज हमारीÓ , ‘ शनैश्वरा शनैश्वरा दयावंत हो शनैश्वराÓ ‘ शनिदेव महाराज तेरा हर कोई दीवाना हैÓ , ‘ ओउम प्रां प्रीं प्रों शं शनैश्चराय नम महामंत्र ये शनिदेव का जो श्रद्धा से गाएगाÓ इत्यादि भजनों पर श्रद्धालु रातभर झूमते रहे।
- गणपति जी की आरती जय गणेश , जय गणेश , जय गणेश देवा माता जाकी पारवती , पिता महादेव .एक दन्त दयावंत , चार भुजा धरी माथे पर तिलक सोहे , मुसे की सवारी पण चढ़े , फुल चढ़े , और चढ़े मेवा लड्दुँ का भोग लगे , संत करे सेवा .
- “ दलित ” * * * * ( चित्र गूगल से साभार ) * हे ओम् रूप , गज वदन देव हे गणनायक , हे लम्बोदर | हे सिद्धि सदन , कल्याण धाम शत-शत प्रणाम करुणा सागर || हे एकदंत , हे दयावंत विज्ञान पुंज , अनुपम उदार | कर दूर अविद्या , अनाचार भर दे जन-जन में सद् विचार || सुख शांति सम्पदा कर प्रदान त्रय ताप पाप दुख दारिद हर | हे ओम् रूप , गज वदन देव हे गणनायक , हे लम्बोदर || भारत - स्वतंत्रता रहे अमर गण-तंत्र सफल होवे ...
- सुख शांति समृद्धि पाई हैप्पी बर्थ डे बप्पा गणपति बप्पा फिर से आये मूषक पर होकर असवार घर-घर में खुशियाँ ले आये बह रही भक्ति रसधार शिव के प्यारे गिरिजानंदन बच्चों जैसे भोले- भाले विघ्नविनाशन ज्ञान के दाता भक्तों की बात कभी न टालें प्रथम पूज्य गणेश जगवंदन मोदक मिश्री इनको भायें मन से ध्याओ दयावंत को सब कारज सिद्ध हो जायें आओ सब मिल शीश नवायें मांगें मिलकर ये वरदान मंगलमय हों कर्म हमारे पायें सदगुण , निर्मल ज्ञान गौरी नंदन गणपति बप्पा करते हैं हम सब पर किरपा आओ बच्चो मिलकर बोलो हैप्पी बर्थ डे बप्पा...........